Best Contract | Agreement Disputes Lawyer in Jaipur – Jaipur Legal Solution 8302628278
व्यक्तिगत जीवन हो या व्यापार, कॉन्ट्रैक्ट (Contract) आज हर जगह इस्तेमाल होता है। जब दो व्यक्ति या दो कंपनियाँ आपसी सहमति से किसी काम, सेवा, भुगतान, या शर्त को तय करती हैं, तो वह एक कानूनी समझौता (Legal Agreement) बन जाता है।
लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि एक पक्ष समझौते का पालन नहीं करता, जिसके कारण कॉन्ट्रैक्ट विवाद (Agreement Dispute) पैदा हो जाते हैं।
Jaipur Legal Solution में, हम कॉन्ट्रैक्ट और एग्रीमेंट विवादों से जुड़े मामलों को अत्यंत गंभीरता और प्रोफेशनल तरीके से संभालते हैं। अगर आपका पैसा अटका हुआ है, सेवा पूरी नहीं हुई है, धोखा हुआ है, या एग्रीमेंट के बावजूद कार्य पूरा नहीं हुआ—तो हम आपको कानूनी रूप से आपका अधिकार दिलवाते हैं।
📞 Legal Help For Contract Disputes: 8302628278
कॉन्ट्रैक्ट विवाद क्या होते हैं?
जब किसी समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया जाता है, उसे Breach of Contract (कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन) कहा जाता है। इससे आर्थिक नुकसान, प्रोजेक्ट का रुकना, भरोसे का टूटना और कानूनी परेशानी जैसी स्थितियाँ पैदा होती हैं।
सबसे आम Contract Dispute के प्रकार
Jaipur Legal Solution में हम हर प्रकार के agreement dispute को हैंडल करते हैं:
✔ 1. Written Contract Disputes (लिखित समझौते के विवाद)
जब लिखित एग्रीमेंट होने के बावजूद शर्तें पूरी नहीं होती।
✔ 2. Oral Contract Disputes (मौखिक समझौते के विवाद)
भारत में मौखिक कॉन्ट्रैक्ट भी कानूनी तौर पर मान्य होते हैं — अगर प्रमाण हो।
✔ 3. Business Contract Disputes (व्यापारिक विवाद)
- सप्लायर / Vendor विवाद
- Quality issue disputes
- Payment delay disputes
- Service non-delivery
✔ 4. Employment Contract Disputes
- गलत termination
- salary & dues ना देना
- job agreement का उल्लंघन
✔ 5. Property & Lease Agreement Disputes
- किराया एग्रीमेंट
- security deposit का विवाद
- समय पर खाली न करना
✔ 6. Construction Contract Disputes
- contractor ने काम अधूरा छोड़ा
- builder ने समय पर possession नहीं दिया
✔ 7. Financial & Loan Contract Disputes
- उधार पैसे न देना
- EMI dispute
- money lending agreement dispute
अगर आपके साथ इनमें से कुछ भी हुआ है—आपके पास strong legal remedy मौजूद है।
कॉन्ट्रैक्ट विवाद में आपके अधिकार (Legal Rights in Contract Disputes)
भारत के Contract Act 1872 और Specific Relief Act के अनुसार, आपको निम्न अधिकार मिलते हैं:
✔ 1. Damages (क्षतिपूर्ति/नुकसान की भरपाई)
जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जा सकती है।
✔ 2. Specific Performance (काम पूरा करवाना)
कोर्ट आदेश दे सकती है कि सामने वाला पक्ष एग्रीमेंट पूरा करे।
✔ 3. Injunction (रोक का आदेश)
अगर सामने वाला गलत कार्रवाई करने वाला है, कोर्ट रोक लगा सकती है।
✔ 4. Contract Cancellation (एग्रीमेंट समाप्त)
अगर धोखा या गलत तथ्य सामने आए हों।
✔ 5. Refund + Penalty (पैसे की वापसी और दंड)
जहाँ आर्थिक नुकसान हो चुका है।
Jaipur Legal Solution – How We Help You
हम Jaipur में Contract Dispute मामलों को बहुत अनुभव और विशेषज्ञता के साथ हैंडल करते हैं।
🔹 1. Contract Analysis
हम पूरे एग्रीमेंट को पढ़कर यह तय करते हैं कि आपका केस कितना मजबूत है।
🔹 2. Evidence Collection
हम मदद करते हैं कि कौन-कौन से दस्तावेज आपके केस को मजबूत बनाएंगे:
- invoice
- WhatsApp चैट
- emails
- payment proofs
- bank statements
- witnesses
- signed agreements
🔹 3. Legal Notice भेजना
हम सामने वाले को एक मजबूत Legal Notice भेजते हैं, जिसमें:
- breach of contract का विवरण
- नुकसान का हिसाब
- समय सीमा में कार्य पूरा करने का आदेश
कई विवाद सिर्फ Notice से ही सुलझ जाते हैं।
🔹 4. Court Case Filing
अगर सामने वाला सहयोग न करे, हम आपके लिए फाइल करते हैं:
- Civil Suit
- Recovery Suit
- Specific Performance Case
- Arbitration Case
🔹 5. Fast Recovery Strategy
हमारा लक्ष्य:
“आपका नुकसान जल्द से जल्द रिकवर करवाना।”
किस प्रकार के एग्रीमेंट हम हैंडल करते हैं?
- Service Agreement
- Business Partnership Agreement
- Property Lease Agreement
- Freelancer Contract
- Employment Bond
- Construction Contract
- Vendor Agreement
- Purchase Order (PO) dispute
- Money lending agreements
- Franchise Agreements
- Real Estate Agreements
Contract Dispute Cases में Required Documents
आपके केस को मजबूत बनाने के लिए जरूरी दस्तावेज:
- Written contract / MOU
- Email communication
- Payment receipts
- Bank transfer proofs
- WhatsApp / SMS chats
- Identity proofs
- Photos, videos
- Invoice, quotation
- Work reports / delivery notes
जब समझौता टूट जाए, क्या करें?
- सामने वाले से लिखित communication रखें
- सबूत सुरक्षित रखें
- जल्द से जल्द legal notice भेजें
- अपने नुकसान का सही आकलन करवाएं
- केस फ़ाइल करने में देरी न करें
Conclusion
अगर आपके साथ धोखा, वादाखिलाफी या एग्रीमेंट का उल्लंघन हुआ है—आप अपने अधिकारों के लिए कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।
Jaipur Legal Solution, Jaipur में Contract Dispute और Recovery मामलों का विश्वसनीय और अनुभवी कानूनी सेंटर है।
Call Now for Legal Help: 8302628278
✔ हर प्रकार के Contract Dispute
✔ Strong Legal Notice
✔ Fast Recovery
✔ Court Case Filing










